Monday, April 10, 2017

ऐवो अंजनी नो जायो उड्यो

ऐवो अंजनी नो जायो ऊडीयो
उड्यो रे
ऐवा समंदर ना पाणी मोभे
रे चड्या ऐवो अंजनी नो जायो ऊडीयो
★प
अंगद कहे हु दरीयो टपुं ने पाछु
नय पोगाइ
जाबुुवन के गढपण आव्यु मारा
थी दधी तर्यो न जाइ
बजरंग थाने बेठो बेठो रे जस
ना तारा नगारा गडया
ऐवो अंजनी नो जायो ऊडीयो
★र
जेम जेम बीरदावे वानरो
तेम तेम फुलीयु बजरंग नु तन
सभाळ लेवा मा सीता तणी
आज ऊपडीयु राम जी नु मन
नजरू जळ पर नाखी
तेदी लंका ना गढ पर अगन जरे
ऐवो अंजनी नो जायो ऊडीयो
★ब
हाथ गदा ने हाकल मारी
आभ लाग्यु लंगुर
अंगे अंग मा आज बळ ऊभराणु
बजरंग ने भरपुर
बण थी मचक ऐणे दीधी
त्या तो धरती ना छेडा छुटी रे गया
ऐवो अंजनी नो जायो ऊडीयो
★त
बळ हतुं ब्रमचर्य नु सहु
कोइ करजो ख्याल
जेनी व्रती हशे जेनी बोलती ऐनी
काया थासे नीरमाण
वासे ने कासे जबरा
वजर ना जेणे ताळा रे जड्या
ऐवो अंजनी नो जायो ऊडीयो
★टाइपींग~परबत गोरीया★

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