Monday, April 10, 2017

सुनो हनुमाना भुजा मेरी टुटी

सुनो हनुमाना भुजा मॆरी टुटी
अब मत मानो बात है जुठ्ठी रॆ
सुनो हनुमाना,,,
★प
आठो पहोर रामा दल मॆ पोढयां
कोय कुंवर नॆ मॆरी खबर ना पुछी रॆ
सुनो हनुमाना,,,
★र
लंका नगरी मॆ ऎक वैद बसत है
पर्वत मॆ जानॆ ऎक बुट्टी रॆ
सुनो हनुमाना,,,
★ब
भरत शत्रुध्न तो अवध मॆ बसत हॆ
कोन लावॆ संजींवन बुट्टी रॆ
सुनो हनुमाना,,,
★त
हनुमांनजी यॆ कमर कसी शीरपर
बजरंगी टोपी
तुलशीदास को कहॆ हनुमाना
ऎक क्षण मॆ लावुं मॆ संजीवनी बुट्टी रॆ
सुनो हनुमाना,,,
★टाइपींग~परबत गोरीया★

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