मेतो सीध्ध रे जाणी ने तमने सेविया
रे
मारा रुदिया मा दिवस अने रात ऐ
जीवण भले ने जागीया रे,
मेतो सीध्ध रे जाणी ने तमने सेविया,,,
★प
मे तो करुणा ना कळश थपाविया
पाटे पधार्या ऐ नकलंक देविदास
ऐ जीवण भले ने जागीया रे,
मेतो सीध्ध रे जाणी ने तमने सेविया,,,
★र
मे तो प्रेम ना पाट मंडाविया रे पाटे पधार्या ऐ जसो ने वरदान ऐ जीवण भले ने जागीया रे,
मेतो सीध्ध रे जाणी ने तमने सेविया,,,
★ब
सखीयु सामैया ऐ करो ने मारा नाथ नां
मंगळ अमुला ऐ अमर मां ना गवाय
ऐ जीवण भले ने जागीया रे,
मेतो सीध्ध रे जाणी ने तमने सेविया,,,
★त
ऐवा नुरीजन मळ्या छे मारा श्याम ने
कोरी पासोड गतमा वरताय रे
ऐ जीवण भले ने जागीया रे,
मेतो सीध्ध रे जाणी ने तमने सेविया,,,
★
गरवा देवंगी प्रतापे अमर मां
बोल्या रे
तमारा सेवको ने चरणो मा राखो रे
ऐ जीवण भले ने जागीया रे,
मेतो सीध्ध रे जाणी ने तमने सेविया,,,
★टाइपींग~ परबत गोरीया★
Wednesday, January 4, 2017
मेतो सीध्ध रे जाणी ने तमने
Labels:
भजन
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment