Saturday, September 17, 2016

नगर मे जोगी आया

नगर मॆ जॆागी आया
जसाॆदा कॆ घर आया
भॆद कॆाइ समज ना पाया
आकॆ अलख जगाया
ऒ,,सबसॆ बळा है तॆरा नाम
भॆालॆनाथ भॆालॆनाथ,,,
★प
अंग विभुत गलॆ रुंद्र माळा
शॆष नाग लीपटायॆा
बांकाॆ तीलक भाल चंद्रमां
घरघर अलख जगायॆा हाॆ,,
नगर मॆ जॆागी आया,,,
★र
लॆ भीक्षा नीकली नंद राणी
कंचन थाळ धरायॆा
लाॆ भीक्षा जॆागी जाऒ जंगल मॆ
मॆरॆा बालक डरायाॆ हॆा,,
नगर मॆ जॆागी आया,,,
★ब
ना चाहीयॆ तॆरी दौलत दुनीया
और ना कंचन माया
अपऩॆ लाल का दरश करादॆ
मॆ कैलाश सॆ आया हॆा,,
नगर मॆ जॆागी आया,,,
★त
पंचबॆर परीक्रमां कर कॆ
शींगी नाद बजायाॆ
सुरदास बलीहारी कनैया
जुग जुग जीयाॆ तॆरॆा जायॆा
नगर मॆ जॆागी आया,,,
★टाइपींग~परबत गोरीया★

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