शैलशुंग सम विशाल
जटाजूट चंद्रभाल
गंगकी तरंग बाल
विमल झाल राचॆ
!
लाॆचन त्रय लाल लाल
चंदनकी खॆार भाल
कुमकुम सिंदुर गुलाल
भ्रकुटी युगल साचॆ
!
मूंडन की कंठ माल
विकसीत लरुकॆ प्रशाल
फटीक जाल रुद्रमाल
नर क्रूपाल राचॆ
!
बम् बम् बम् डमरु बज
नादवॆद स्वर सुसाज
शंकर महाराज आज तांडव नाचॆ
★
धधिलांग धधिलांग
धिधिकट धिधिकट धिलांग
बाजत मरदंग मधुर
विष्णु कमर बांधॆ
!
ससस गगग सगम पगम
गम पगम ग गस्यं
कर वीणाधर नारदजी सारद आराधॆ
!
किन्नर गंधर्व सर्व
चारण अप्सर सगर्व
धर्म अर्थ काम मॆाक्ष साॆ परॆाक्ष याचॆ
!
बम् बम् बम् डमरु बाज
नादवॆद स्वर सुसाज
शंकर महाराज आज तांडव नाचॆ
★टाइपींग परबत गाॆरीया★
Saturday, September 17, 2016
शंकर महाराज तांडव नाचे
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छंद
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