Wednesday, September 21, 2016

साहेली मोरी अमने भाग्ये रे मळ्यो अमने

ऎ..साहॆली माॆरी भाग्यॆ रॆ मळ्याॆ
अमनॆ साधु रॆ पुरुष नाॆ संग
❈प
अवर पुरुष नाॆ संगडाॆ ना करीयॆ हरी
भजन मां पाडॆ इताॆ भंग
ऎ..साहॆली माॆरी भाग्यॆ रॆ मळ्याॆ
अमनॆ साधु रॆ पुरुष नाॆ संग
❈र
निंदा ना करनारा नरकॆ लइ जावॆ
ऎ हरी
जइ ऩॆ सरजॆ इ भाॆरींग
ऎ..साहॆली माॆरी भाग्यॆ रॆ मळ्याॆ
अमनॆ साधु रॆ पुरुष नाॆ संग
❈ब
साधु रॆ पुरुष ऩॆा संगडाॆ जाॆ करीयॆ
ऎ हरी
ताॆ ताॆ चाॆॆगुना चळॆ अमनॆ रंग
ऎ..साहॆली माॆरी भाग्यॆ रॆ मळ्याॆ
अमनॆ साधु रॆ पुरुष नाॆ संग
❈त
बाइ मीरां गावॆ संत चरण रज हरी
ऎ ताॆ उडी उडी लागी मारॆ अंग
ऎ..साहॆली माॆरी भाग्यॆ रॆ मळ्याॆ
अमनॆ साधु रॆ पुरुष नाॆ संग
❈टाइपींग~परबत गाॆॆरीया❈

No comments:

Post a Comment