Wednesday, June 14, 2017

अरे द्वारपाळो कनैया से केहदो

अरॆ द्वारपालॆा कन्हैया सॆ कॆह दॆा
कि दर पॆ सुदामा गरीब आ गया है
भटकतॆ भटकतॆ न जानॆ कहां सॆ
तुम्हारॆ महल कॆ करीब आ गया है
☆प
न सर पॆ है पघडी न तन पॆ है जामा
बता दॆा कन्हैया काॆ नाम है सुदामा
ऎक बार मॆाहन सॆ जाकर कॆ कॆहदॆा
मिलनॆ सखा बदनसीब आ गया है
☆र
यॆ सुनतॆ ही दौडॆ चलॆ आयॆ मॆाहन
लगाया गलॆ सॆ सुदामा कॆा माॆहन
हुआ रुक्षमणी काॆ बडा ही अचंम्बा
यॆ मॆहमान कैसा अजीब आ गया है
☆ब
सिंहासन पॆ अपनॆ सुदामा बैठायॆ
चरण आंंसुऒ सॆ श्याम नॆ धुलायॆ
न घबराऒ प्यारॆ जरा तुम सुदामा
खुशी का समां तॆरॆ करीब आ गया है
☆टाइपींग~परबत गॆारीया☆

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