Monday, October 17, 2016

पुछो ने पुरा पंडीतो ने

पुछॆा नॆ पुरा पंडीताॆ नॆ,पुछॆा नॆ शॆख
सन्याशी
निज ना गुरु काॆण छॆ
पुछॆा नॆ पुरा पंडीताॆ नॆ,पुछॆा नॆ शॆख
सन्याशी
✺प
जमिन कॆरी जात काॆण आशमान
कॆरा घाट काॆण
गगन बारॆ मॆघ गरजॆ इ रॆ दॆवता
काॆण छॆ
पुछॆा नॆ पुरा पंडीताॆ नॆ,पुछॆा नॆ शॆख
सन्याशी
✺र
धार मायली ढाल काॆण ढाल
मायली धीरज काॆण
धीरज मां तमॆ माळा फॆरवाॆ आंखॆ
अंजपा काण छॆ
पुछॆा नॆ पुरा पंडीताॆ नॆ,पुछॆा नॆ शॆख
सन्याशी
✺ब
कांतन वाली सुतर काॆण वांजणी
का पुतर काॆण
सुतर पॆरी जुठां न बाॆलाॆ इ रॆ नुगरा
काॆण छॆ
पुछॆा नॆ पुरा पंडीताॆ नॆ,पुछॆा नॆ शॆख
सन्याशी
✺त
भवानी का भंग काॆण शिवजी कॆरी
लींग काॆण
अंग मां अंखड ज्याॆती बीराजॆ
इ रॆ दॆवता काॆण छॆ
पुछॆा नॆ पुरा पंडीताॆ नॆ,पुछॆा नॆ शॆख
सन्याशी

भणॆ रामाॆ लखॆ ऩामाॆ संताॆ तमॆ
सांभळॆा
बाॆल्या सीध्ध रामदॆव खॆाजणहारा
काॆइ संत छॆ
पुछॆा नॆ पुरा पंडीताॆ नॆ,पुछॆा नॆ शॆख
सन्याशी
✺टाइपींग~परबत गाॆरीया✺

No comments:

Post a Comment