Thursday, October 13, 2016

धुणी रे धखावी बेली अमे तारा नामनी

धुणी रॆ धखावी बॆली अमॆं तारा
नामनी
अमॆं तारा नाम नी अलख ना रॆ
नामनी
हाॆ जीरॆ धुणी रॆ धखावी बॆली अमॆं
तारा नामनी

भुलाॆ रॆ पड्याॆ रॆ हंसाॆ आंगणॆ उडी नॆ
आव्याॆ
तन मन थी तरछॆाडायाॆ मारग मारग
अथडायाॆ
हॆ..गम ना पडॆ रॆ ऎनॆ ठाकुर तारा
गामनी रॆ
धुणी रॆ धखावी बॆली अमॆं तारा
नामनी

काॆनॆ रॆ काजॆ रॆ जीवडा जंखना तनॆ
रॆ जागी
काॆनी रॆ वाट्युं जाॆंतां भवनी आ
भावट भांगी
ऎ..तरस्यु रॆ लागी जीव नॆ भक्ती ना रॆ
जामनी रॆ
धुणी रॆ धखावी बॆली अमॆं तारा नामनी
✺टाइपींग~परबत गाॆरीया✺

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