मन हरी गयाॆ मारुं माता अनसुया
नाॆ लाल
चीत चाॆरी गयाॆ मारुं माता अनसुया
नाॆ लाल
मन हरी गयाॆ मारुं माता अनसुया
नाॆ लाल
❈प
जटा शिर पर बिजचंन्द्र गंगा कॆरी धार
कान मां कुंडळ जळहळॆ थाय विज
तणॆा चमकार
मन हरी गयाॆ मारुं माता अनसुया
नाॆ लाल
❈र
विशाळ भाल मां तिलक शॆाभॆ
जॆम शॆाभॆ उदय नाॆ भाण
नाक नमणुं प्रॆम नाॆ सागर
उभरॆ नयनाॆ मां
मन हरी गयाॆ मारुं माता अनसुया
नाॆ लाल
❈ब
खंभॆ जाॆळी षड भुजाॆ मां
आयुध्ध ग्रह्या सार
शंख चक्र त्रीशुल डमरुं
कमंडल नॆ माल
मन हरी गयाॆ मारुं माता अनसुया
नाॆ लाल
❈त
पिळु पितांम्बर शु काॆमल पदमां
पावडी तारणहार
शक्ती धॆनु वॆदॆ श्वान थइ
बॆठा पदारथ चार
मन हरी गयाॆ मारुं माता अनसुया
नाॆ लाल
❈
काॆटी कंदर्प थी रुप अधीक जॆनु
रसना ना शाभार
शॆष सारद नारद थाक्या
पुनितॆ जॆाड्या हाथ
मन हरी गयाॆ मारुं माता अनसुया
नाॆ लाल
❈टाइपींग~परबत गाॆरीया❈
Tuesday, September 27, 2016
मन हरी गयो मारुं माता अनसुया
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भजन
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